इमामेक्टिन बेंजोएट (Emamectin Benzoate) एक प्रभावी कीटनाशक है जिसका उपयोग फसलों को विभिन्न प्रकार के कीटों से बचाने के लिए किया जाता है। यह एवर्मेक्टिन नामक रसायन से बना एक अर्ध-सिंथेटिक डेरिवेटिव है। इसे प्रोक्लैम नाम से भी जाना जाता है। इमामेक्टिन बेंजोएट अनेक कंपनीयो के पास उपलबद है
यह कैसे काम करता है (कार्य प्रणाली):
इमामेक्टिन बेंजोएट कीटों के तंत्रिका तंत्र (nervous system) पर हमला करता है। जब कीट इसे खाते हैं या इसके संपर्क में आते हैं, तो यह उनके तंत्रिका आवेगों को बाधित कर देता है, जिससे कीटों को लकवा मार जाता है और वे खाना बंद कर देते हैं। कुछ ही घंटों में वे मर जाते हैं। इसकी एक महत्वपूर्ण विशेषता ट्रांस-लैमिनर क्रिया है, जिसका अर्थ है कि यह पत्तियों की ऊपरी सतह पर छिड़काव करने पर पत्ती के ऊतकों में प्रवेश करके निचली सतह पर छिपे कीटों को भी प्रभावित करता है।
मुख्य उपयोग और फायदे (Uses and Benefits):
कीटों पर तुरंत असर: यह कीटों पर तुरंत असर करता है, जिससे वे पत्तियों या फलों को नुकसान पहुंचाना बंद कर देते हैं।
लंबे समय तक प्रभाव: इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है, जिससे फसल को आगे आने वाले कीटों के हमलों से भी सुरक्षा मिलती है।
विभिन्न प्रकार के कीटों पर प्रभावी: यह विशेष रूप से इल्लियों (caterpillars), तना छेदक (stem borers), फल छेदक (fruit borers), गुलाबी सुंडी (pink bollworm), डायमंडबैक मोथ (diamondback moth), थ्रिप्स (thrips) और माइट्स (mites) जैसे लेपिडोप्टेरन (Lepidopteran) कीटों पर बहुत प्रभावी है।
फसलों की विस्तृत श्रृंखला: इसका उपयोग कपास, भिंडी, गोभी, मिर्च, बैंगन, अरहर, चना, अंगूर, चाय, टमाटर, सोयाबीन, मूंग, उड़द आदि कई फसलों में किया जाता है।
पर्यावरण के अनुकूल (कुछ हद तक): यह मिट्टी में तेजी से विघटित होता है और लाभकारी कीटों (beneficial insects) पर इसका न्यूनतम प्रभाव पड़ता है, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव कम होता है।
किफायती: अन्य कीटनाशकों की तुलना में यह किफायती माना जाता है।
सावधानियां (Precautions):
लेबल पढ़ें: उपयोग करने से पहले हमेशा उत्पाद के लेबल पर दिए गए निर्देशों और खुराक को ध्यान से पढ़ें।
सुरक्षा उपकरण: छिड़काव करते समय मास्क, दस्ताने और अन्य सुरक्षात्मक कपड़े पहनें ताकि त्वचा और श्वसन तंत्र पर इसका कोई विपरीत प्रभाव न पड़े।
बच्चों और जानवरों से दूर रखें: इसे बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखें।
तापमान का महत्व: यह देखा गया है कि यह उच्च तापमान (22 डिग्री सेल्सियस से ऊपर) पर अधिक प्रभावी होता है।
अन्य रसायनों के साथ मिश्रण: इसे क्लोरोथालोनिल, कार्बेंडोज़िम, मैनकोजेब जैसे फफूंदनाशकों के साथ मिलाने से प्रभावकारिता कम हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतें।
खुराक (Dose):
आमतौर पर, इसकी खुराक 0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी या 8-10 ग्राम प्रति 15 लीटर पंप या 80-100 ग्राम प्रति एकड़ बताई जाती है, लेकिन सटीक खुराक के लिए हमेशा उत्पाद के लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें।
यह फसलों को कीटों से बचाने और पैदावार बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।